
वाराणसी : कोरोना महामारी के दौरान हुए लॉक डाउन की वजह से लोगों के सामने काफी दिक्कतें आ रही हैं सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही हैं जो रोज कमाने और खाने वाले हैं। बता दे कि हमारा देश भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व आज वैश्विक आपदा कोरोना से जूझ रहा है। ऐसे समय में हमारे देश में लॉक डाउन किया गया है जिसमें सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब और मजदूरों को है। मध्यम वर्गीय और सामर्थ्यवान परिवार तो किसी तरह अपना रोजी रोटी चला ले रहा है लेकिन गरीबों के सामने दो टाइम का भोजन जुटाना भी काफी कठिन हो गया है।

ऐसे में गरीब मजदूरों के दर्द को देखकर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक मुस्लिम समाज सेवी नूर एहसान का कलेजा पिघल गया और उन्होंने जब तक लॉक डाउन है तब तक रोजाना गरीबों में राशन बांटने का संकल्प ले लिया। एहसान सोशल फाउंडेशन के सचिव नूर एहसान 26 मार्च से लगातार शहर के विभिन्न बस्तियों क्षेत्रों और मोहल्लों में जाकर वहां गरीब और जरूरतमंद लोगों को ढूंढ कर उन्हें महीने का राशन दे रहे हैं। पिछले 5 दिनों में नूर एहसान ने कचहरी, अर्दली बाजार, अवसान गंज, कोतवाली, आलमपुरा, आदमपुर, पड़ाव, दुल्हीपुर, महमूरगंज, मंडुवाडीह आदि इलाकों में 4000 से भी ज्यादा लोगों को राशन दिया है।

उनके राशन के पैकेट में 5 किलो आटा 4 किलो चावल 2 किलो दाल आधा किलो तेल आधा किलो नमक है। यह सारा खर्चा नूर एहसान ने खुद के पैसे से किया है अभी तक उनको किसी ने कोई अनुदान नहीं दिया है और उनका कहना है कि जब तक सामर्थ्य रहा तब तक ऐसे ही गरीबों को राशन बांटते रहेंगे। आज जहां देश में मरकज को लेकर राजनीति मची हुई है और अलसो अल्पसंख्यक समाज को कुछ लोग दूसरे नजरिए से देख रहे हैं ऐसे समय में नूर एहसान जैसे समाजसेवी एक मिसाल पेश कर रहे हैं।
More Stories
वाराणसी : टीकाकरण के लिए जागरूक कर रहा घाटवॉक
वाराणसी : कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए DM ने जारी किया रात्रि कर्फ्यू का आदेश, इतने समय तक होगा कर्फ्यू, यहां देखे पूरी डिटेल
वाराणसी : पंचायत चुनाव को लेकर विद्यापीठ ब्लॉक पर हुआ नामांकन, कोविड गाइडलाइंस की उड़ी धज्जियां