
वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय(बीएचयू) में विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। विगत दिनों हिंदी भाषी अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव को लेकर छात्र विरोध प्रदर्शन पर उतर गए थे। तो वही सोमवार को कुछ समय से शांत चल रहे बीएचयू में एक बार फिर से छात्रों का धरना विरोध और प्रदर्शन परवान चढ़ने लगा है।
दरअसल कृषि विज्ञान संस्थान के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम सृष्टि-2020 के लिए बीएचयू द्वारा फंड और स्वतंत्रता भवन उपलब्ध नहीं कराया गया। इसकी वजह से नाराज कृषि विज्ञान संस्थान के छात्र सोमवार को परिसर खुलने के साथ ही करीब सैकड़ो की संख्या कृषि विज्ञान संस्थान के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए। हालांकि अधिकारियों के समझाने के बाद छात्रों ने दो घंटे बाद धरना खत्म कर दिया।

बीएचयू स्थित कृषि विज्ञान संस्थान में धरनारत छात्रों को कृषि संस्थान के निदेशक ने बताया कि कल स्वतंत्रता भवन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद छात्र अनिश्चित काल के लिए धरने से उठ गए, लेकिन यह नहीं मिला तो छात्रों ने कहा कि दोबारा धरने पर बैठ जाएंगे। छात्रों ने बताया कि सृष्टि-2020 कार्यक्रम 31 जनवरी से चल रहा था, जिसे दो दिन बाद रोक दिया गया। संस्थान ने कहा कि डिपार्टमेंट में ही यह उत्सव मनाएं, स्वतंत्रता भवन नहीं दिया जाएगा। जबकि इस वार्षिक समारोह में काफी भीड़ होती है। छात्रों ने यह भी बताया कि स्वतंत्रता भवन का एक दिन का खर्च 9 हजार रुपये है तो क्या संस्थान के पास बजट नहीं है, वहीं एक साल में हर संस्थान को एक दिन के लिये इसे मुफ्त में देने का प्रावधान रहा है।
More Stories
वाराणसी : V-Mart, विशाल मेगा मार्ट सहित 7 स्थानों पर हुई छापेमारी
वाराणसी : जिलाधिकारी ने 18 अपराधियों का किया जिला बदर
वाराणसी : BHU में प्रवेश परीक्षा फॉर्म सहित अन्य शुल्क में हुई बढ़ोत्तरी को वापस लेने के सम्बंध में छात्रों ने सौपा ज्ञापन