चेन्नई : सुपरस्टार रजनीकांत ने आखिरकार अपने भविष्य की राजनीति के पत्ते खोल दिए हैं। उनका कहना है कि वह एक ऐसी पार्टी बनाने वाले हैं जिसमें सरकार और पार्टी अलग-अलग काम करेंगे। रजनीकांत की योजना के हिसाब से वह खुद पार्टी के नेता तो होंगे लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का यही नियम है कि जो भी नेता पार्टी का अगुवा होगा वह सरकार का हिस्सा नहीं बनेगा।
चेन्नई में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा रजनीकांत ने कहा कि मैंने कभी मुख्यमंत्री पद के बारे में नहीं सोचा था। मैं केवल राजनीति में बदलाव लाना चाहता हूं। उन्होंने कहा, हमारी राजनीति में दो दिग्गज थे। एक जयललिता और दूसरे कलाईगनर रहे हैं। लोगों ने उनके लिए मतदान किया लेकिन अब शून्य है। अब हमें बदलाव लाने के लिए एक नया आंदोलन करने की जरूरत है। अपनी पहली आधिकारिक प्रेस वार्ता में यह भी कहा कि उनकी योजना है कि मुख्यमंत्री के तौर पर किसी पढ़े लिखे युवक को नियुक्त किया जाए।
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