वाराणसी : काशी में जीवन की अंतिम यात्रा का पड़ाव और मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी जाना जाता है। देश में पड़ रही भीषण गर्मी के कारणों से आजकल चौक स्थित मणिकर्णिका घाट पर लाशों का लम्बा रेला लगा हुआ हैं।लाशे जलाने के लिए लोगों को जगह नहीं मिल रही है।जिसके कारण सीढ़ी से लेकर गली तक लाशे पड़ी हुई हैं। दूरदराज से लेकर आए व्यक्तियों को परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। वही लाशो को चार से पांच घंटे लग जा रहे है।
चिता पर सजाने और जलाने में लकड़ी व्यवसाय व सहायक कर्मी कर रहे हैं मनमानी। ऐसे में जिला प्रशासन एवं डोम राजा समिति द्वारा दूरदराज से आए लोगों में टोकन वितरण एवं नम्बर की व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि लोगों को चिता जलाने के लिए राहत मिल सकें फिलहाल लोग परेशान है।
मणिकर्णिका घाट पर स्तिथ बाबा महाश्मशान नाथ मंदिर के व्यवस्थापक गुलशन कपूर की माने तो इस बार गर्मी में प्रतिदिन 300 से 400 शव आ रहे है। मणिकर्णिका घाट पर हालत ये है कि यहां आने वाले शवों को अंतिम संस्कार के लिए लंबे इंतजार से गुजरना पड़ रहा है।
प्रतिदिन तीन सौ से चार सौ शवों के दाह संस्कार के लिए पर्याप्त जगह न हो पाने के कारण अंतिम संस्कार के लिए आये लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्वांचल में इस बार भीषण गर्मी के कारण मरने वालों में वृद्धों की संखया इस बार कुछ ज्यादा हैं।
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