वाराणसी : समाजवादी पार्टी ने सोमवार को वाराणसी से उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस छोड़ सपा में शामिल हुई शालिनी यादव को वाराणसी से गठबंधन का उम्मीदवार बनाया है, जहां पर शालिनी यादव का सीधा मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगा। इससे पहले शालिनी यादव ने सोमवार शाम को कांग्रेस छोड़ समाजवादी पारी की सदस्यता ली और उसके कुछ ही देर बाद उन्हें टिकेट दे दिया गया।
कौन है शालिनी यादव…?
समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार शालिनी यादव कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य व वाराणसी के ओराने नेताओ में शुमार श्यामलाल यादव के परिवार से ताल्लुक रखती है। इससे पहले शालिनी यादव ने नगर निकाय चुनाव में उन्होंने कांग्रेस से मेयर पद पर दावेदारी की थी। तब उन्हें 1.13 लाख वोट मिले थे।
पिछले माह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की गंगा यात्रा में वह उनके साथ नजर आई थी। अब कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गई। वही पार्टी बदलते ही ही उन्हें सपा से तत्काल टिकट भी मिल गया।
यूपी को गाजीपुर की रहने वाली शालिनी यादव की विवाह श्यामलाल यादव के छोटे बेटे अरुण यादव से हुई है। पेशे से फैशन डिजाइनर है। उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अंग्रेजी से बीए ऑनर्स किया है। इसके बाद उन्हीने फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया। वैसे इनका कुछ खास राजनीतिक सफर नही रह है लेकिन उनके पति अरुण पार्टी में सीधी पकड़ रखते है। इससे ओहले शालिनी ने दो वर्ष ओहले ही अपना सियासी सफर शुरू किया है।
भाजपा और कांग्रेस से ज्यादा सीटें क्षेत्रीय दल ला रहे है : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी की सदस्यता लेने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार भाजपा व कांग्रेस से ज्यादा सीटें क्षेत्रीय दल लाने जा रहे है। वाराणसी व आसपास के जिलों में स्पा को मजबूती मिलेगी। वही शालीनी ने कहा कि वे अखिलेश यादव की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुई है।
सोशल मीडिया पर लोगो की प्रतिक्रिया “जमानत जब्त हो जाएगी”
शालिनी यादव को वाराणसी से टिकेट मिलने के बाद जनता की क्या राय है? जो जमीनी हकीकत से नेताओं से ज्यादा वाकिफ है, उसी का कुछ आकलन शालिनी के समाजवादी पार्टी जॉइन करने के बाद सोशल मीडिया पर लोगो ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। जिसमे कुछ लोगो ने तो स्वागत किया है तो वही कुछ लोगो का कहना है “जमानत जब्त हो जाएगी”
वही एक यूजर गुलशन कुमार ने लिखा है “सपा में संघर्ष करने वाले को प्रत्याशी न बनाकर, एक दलबदलू नेत्री को सुबह से शाम तक प्रत्याशी बनाना कहि न कही सपा की विलुप्त मानसिकता को दर्शाता है।”
वही एक यूज़र रणधीर यादव का कहना है – “गलत निर्णय अखिलेश जी का। मोदी को जीत की अग्रिम बधाई। राष्ट्रीय नेतृत्व से यह उम्मीद कभी नही थी। देश युवन जो सेना और सैनिकों के साथ खड़ा था, आज बहुत आहत है। मैं और मेरे साथ के सभी साथु इसका विरोध करते हैं। गणेश परिक्रमा ने फिर कमाल कर दिया।”
वही इसके अलावा और एक यूजर ने लिख है कि “जमानत होगी जब्त” वैसे क्या होगा, क्या नही होगा, यह तो 23 मई को ही पता चलेगा, पर इतना जरूर है कि वाराणसी सीट ओर प्रधानमंत्री मोदी की उम्मीदवारी बहुत मजबूत है। उनके सामने अरविंद केजरीवाल की एक नही चली तो शालिनी कितना टक्कर दे पाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
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