जौनपुर : वजह क्या थी कि इस पार्टी ने अभी तक चुनावी मैदान में, इस सीट पर नहीं उतारा कोई प्रत्याशी, फिल्मी दुनिया के सितारे से लेकर बड़े दिग्गज नेता लगे हैं पीछे।
शिराज ए हिंद के नाम से जाने जाने वाले शहर व अपनी लजीज इमरती के लिए मशहूर शहर चुनावी माहौल का बात करें तो काफी घुमा फिरा कर लग रहा रहा। फिल्मी सितारों से लेकर बड़े दिग्गज नेता तक इस बार के चुनाव में हाथ पैर मार रहे हैं, अखिर इस बार का चुनाव जिले में काफी रोचक होने वाला है। क्योंकि जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी सुबह में अभी तक सूबे में 13 मौजूदा सांसदों का टिकट काट चुकी है।
आशा यह भी लगाई जा रही अभी और भी टिकट सांसदों के काटे जा सकते हैं। सदर सीट पर भाजपा व कांग्रेस समेत किसी भी दल ने अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया फिलहाल बीते शनिवार को समाजवादी सैक्युलर मोर्चा ने पूर्व राज्य मंत्री संगीता यादव को सदर लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।
अगर बात प्रमुख दलों की की जाए सभी एक दूसरे दूसरे पर निगाहें गड़ाए पड़े हैं कौन किसको प्रत्याशी घोषित। आखिर करें भी क्यों ना क्योंकि यह चुनाव जीतने के लिए सभी एड़ी से लेकर चोटी से लेकर चोटी तक दम लगा रहे हैं। अगर सदर लोकसभा सीट की बात की जाए तो सपा बसपा गठबंधन कि यह सीट बसपा के खाते में हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने मछली शहर सीट से रामचरित निषाद का पत्ता काट कर बसपा से आए वीपी सरोज को वहां से प्रत्याशी घोषित किया है।
वही 10 दिन पहले बसपा ने भी भीटी० राम को प्रत्याशी घोषित किया था, तो भारतीय जनता पार्टी में निषाद पार्टी का विलय होने के पश्चात चुनावी पंडितों के अनुसार जौनपुर और भदोही सीट पर प्रत्याशी निषाद पार्टी के द्वारा देने की अटकलें तेज है। क्योंकि निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने विगत मई में जनपद में ही कहा था अगर उनके पार्टी का समझौता हुआ तो वह जौनपुर सदर सीट भी मांगेगी। लेकिन जब यह बात कही थी तो उस समय संजय निषाद सपा के साथ थे। निषाद पार्टी के टिकट पर मल्हनी विधानसभा क्षेत्र से धनंजय सिंह चुनाव लड़ चुके हैं फिलहाल उम्मीद इनकी भी लगाई जा रही है।
फिल्मी दुनिया के सितारे से लेकर बड़े दिग्गज लगा रहे नंबर…
जौनपुर सीट से फिल्मी दुनिया के सितारे भी हाथ अजमा रहे हैं क्योंकि वर्ष 2014 में कांग्रेस से रवि किशन चुनावी मैदान में इस सीट से उतर चुके हैं, वहीं साथ-साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम प्रकाश शुक्ला, पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी वह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला भी बड़े जोर शोर से इस सीट से टिकट अपने नाम करने के लिए लगे हुए हैं। वैसे बसपा से पूर्व मंत्री के पुत्र की चर्चाएं भी काफी हैं वही सपा-बसपा गठबंधन के प्रबल दावेदार रहे।
जौनपुर लोकसभा सीट पर अशोक सिंह ने टिकट न मिलने से नाराज होकर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। चर्चा यह भी है कांग्रेस के बड़े नेता दल कि कमजोर संगठनात्मक स्थिति को देखते हुए चुनाव लड़ने से पीछे दिखते नजर आ रहे हैं। यही वजह रही कि अभी तक कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी को लेकर सबको असमंजस में डाल रखा है। चुनावी पंडितों का मानना है कांग्रेस अंतिम दौर में पूर्व विधायक नदीम जावेद दाव लगा सकती है।वही बसपा से नाराज जौनपुर लोकसभा सीट से प्रबल दावेदार अशोक सिंह ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। फिलहाल धमाकेदार प्रत्याशियों की घोषणा से बसपा और भाजपा ने राजनीतिक हलचले पैदा कर दी है।
वही दूसरी तरफ अभी तक कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है। फिलहाल भाजपा द्वारा बीपी सरोज को प्रत्याशी घोषित करने के बाद से बसपा में मंथन शुरू हो गया है सबकी निगाहें कांग्रेस पर टिकी हुई है कि कांग्रेस अब ऐसे में किसे चुनाव मैदान में उतारेगी, क्योंकि ये काफी मायने रखेगा।
तन्मय
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